संदेश

दिसंबर, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

CHAPTERWISE NCERT NOTES CLASS 8 CHAPTER 4 FOR UPSC !!!

 राजनीति शास्त्र POLITY  कक्षा 8 (CLASS 8)  अध्याय 4 (CHAPTER 4 )  कानूनों की समझ हमारा कानून धर्म , जाति और लिंग के आधार पर लोगों के बीच कोई भेदभाव नहीं करता | कानून के शासन का मतलब है कि सभी कानून देश के सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू होते हैं | किसी भी अपराध  या कानून के उल्लंघन के एक निश्चित सजा होती है जो सभी के लिए समान होती है | परंतु प्रारंभ से ही स्थितियां ऐसी नहीं थी प्राचीन समय में अनेक प्रकार के स्थानीय कानून प्रचलित थे | कुछ मामलों में जाति के आधार पर एक ही अपराध के लिए अलग अलग व्यक्तियो को अलग-अलग सजा दी जाती थी | कुछ लोगों का मानना है कि हमारे देश में कानून की शुरुआत औपनिवेशिक शासन के दौरान हुई परंतु कुछ पहलुओं के कारण इतिहासकारों में इस बात पर काफी विवाद रहा है जैसे औपनिवेशिक कानून मनमानेपन आधारित था दूसरी वजह यह बताई जाती है कि भारतीय राष्ट्रवादियों ने कानून के विकास में बहुत अहम भूमिका निभाई है | कानून बनाने की प्रक्रिया  आमतौर पर जनता ही किसी खास कानून के लिए आवाज उठाती है | संसद की यह जिम्मेदारी है कि वह लोगों की समस्याओं को देखें और न...

CHAPTERWISE NCERT NOTES CLASS 8 CHAPTER 3 FOR UPSC !!!

 राजनीति शास्त्र POLITY  कक्षा 8  (CLASS 8)  अध्याय 3 (CHAPTER 3)   हमें संसद क्यों चाहिए ? औपनिवेशिक शासन से संघर्ष ने भारतीयों के मन से भय को निकाल दिया तथा उनमें इतना आत्मविश्वास जगाया कि वे अपने निर्णय लेने हेतु पर्याप्त विवेकशील हैं | इस आत्मविश्वास ने ही भारत में औपनिवेशिक शासन का अंत किया तथा भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में स्थापित किया | स्वतंत्र भारत एक लोकतंत्र देश बना जिसमें कानून बनाने वाली संस्था में सदस्यों का चुनाव जनता द्वारा या जनता द्वारा चुने प्रतिनिधियों द्वारा होगा | भारतीय संविधान में सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार के सिद्धांत को अपनाया है | लोग संसद के लिए अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं इन्हीं निर्वाचित प्रतिनिधियों में से एक समूह को ही संसद कहा जाता है | यह संसद सरकार को नियंत्रित करती है और उसका मार्गदर्शन करती है | संसद राष्ट्रपति , लोकसभा तथा राज्यसभा से मिलकर बना हुआ है | हमारी संसद के पास महत्वपूर्ण शक्तियां है क्योंकि यह जनता का प्रतिनिधित्व करती है लोकसभा तथा राज्य विधानसभा का चुनाव एक ही प्रक्रिया द्वारा किया जाता है...

CHAPTERWISE NCERT NOTES CLASS 8 CHAPTER 2 FOR UPSC !!!

 राजनीति शास्त्र POLITY  कक्षा 8 (CLASS 8)  अध्याय 2 (CHAPTER 2)  धर्मनिरपेक्षता की समझ भारतीय संविधान सभी को अपने धार्मिक विश्वासों और तौर तरीकों को अपनाने की पूरी छूट देता है | सभी व्यक्तियों को समान धार्मिक स्वतंत्रता प्रदान करने के उद्देश्य से भारतीय राज्य ने धर्म और राज्य की शक्ति को एक दूसरे से अलग रखने की रणनीति अपनाई है | धर्म को राज्य से अलग रखने की इसी अवधारणा को धर्मनिरपेक्षता कहा जाता है | धर्म को राज्य से पृथक रखना अति आवश्यक है क्योंकि संसार के लगभग सभी देशों में एक से ज्यादा धर्म के लोग रहते हैं, जाहिर है कि किसी धर्म के लोगों की संख्या ज्यादा होगी और यदि बहुमत वाले लोग सत्ता में आ जाते हैं तो अल्पसंख्यकों का शोषण होने का खतरा बन सकता है ,बहुमत चाहे तो अल्पसंख्यकों को उनके धर्म के अनुसार जीने से भी रोक सकते हैं धर्म के आधार पर किसी भी तरह का भेदभाव नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करना है उपरोक्त विकृतियों को रोकने हेतु धर्म को राज्य से पृथक रखना आवश्यक है | भारतीय धर्मनिरपेक्षता    भारतीय संविधान में भारत को एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र...

CHAPTERWISE NCERT NOTES CLASS 8 CHAPTER 1 FOR UPSC !!!

राजनीति शास्त्र POLITY  कक्षा 8 (CLASS 8) अध्याय 1 (CHAPTER 1) भारतीय संविधान हर समाज के कुछ मूलभूत नियम होते हैं उन्हीं से समाज का स्वरूप तय होता है | नियमों को आम सहमति के जरिए तय किया जाता है | आधुनिक देशों में यह सहमति आमतौर पर लिखित रूप में पाई जाती हैं, जिस दस्तावेज में यह नियम मिलते हैं उसे संविधान कहा जाता है| संविधान कई उद्देश्यों की पूर्ति करते है |---   पहला-- यह दस्तावेज उन आदर्शों को सूत्र बद्ध करता है जिनके  आधार पर नागरिक अपने देश को अपनी इच्छा और सपनों के अनुसार रख सकता है | अर्थात संविधान ही बताता है कि हमारे समाज का मूलभूत स्वरूप क्या है | संविधान का दूसरा मुख्य उद्देश्य होता है देश की राजनीतिक व्यवस्था को तय करना | जिन देशों ने लोकतांत्रिक शासन पद्धति या राजव्यवस्था चुनी है वहां निर्णय प्रक्रिया के नियम तय करने में संविधान बहुत अहम भूमिका अदा करता है संविधान में जनता द्वारा चुने प्रतिनिधियों के बावजूद सत्ता का दुरुपयोग होने का खतरा बना रहता है जिस से बचने का उपाय संविधान में मिलता है | कई बार लोकतंत्र में ऐसी स्थितियां बन जाती है कि अल्पसंख्यकों के हित...

CLASS 6 AND 7 NCERT NOTES (POLITY) FOR UPSC !!!

                  NCERT NOTES BY PS   POLITY CLASS  6 ---- CHAPTER 1- CHAPTERWISE NCERT NOTES POLITY CLASS 6 CHAPTER 1 FOR UPSC (ncertnotesbyps.blogspot.com) CHAPTER 2- CHAPTERWISE NCERT NOTES POLITY CLASS 6 CHAPTER 2 FOR UPSC (ncertnotesbyps.blogspot.com) CHAPTER 3- CHAPTERWISE NCERT NOTES POLITY CLASS 6 CHAPTER 3 FOR UPSC PREPARATION (ncertnotesbyps.blogspot.com) CHAPTER 4- CHAPTERWISE NCERT NOTES POLITY CLASS 6 CHAPTER 4 FOR UPSC PREPARATION (ncertnotesbyps.blogspot.com) CHAPTER 5- CHAPTERWISE NCERT NOTES POLITY CLASS 6 CHAPTER 5 FOR UPSC PREPARATION (ncertnotesbyps.blogspot.com) CHAPTER 6- CHAPTERWISE NCERT NOTES POLITY CLASS 6 CHAPTER 6 FOR UPSC PREPARATION (ncertnotesbyps.blogspot.com) CHAPTER 7- CHAPTERWISE NCERT NOTES POLITY CLASS 6 CHAPTER 7 FOR UPSC PREPARATION (ncertnotesbyps.blogspot.com) CHAPTER 8- CHAPTERWISE NCERT NOTES POLITY CLASS 6 CHAPTER 8 UPSC PREPARATION (ncertnotesbyps.blogspot.com) CHAPTER 9- CHAPTERWISE NCE...

CHAPTERWISE NCERT NOTES CLASS 7 CHAPTER 9 FOR UPSC !!!

राजनीति शास्त्र  (POLITY) कक्षा 7 (CLASS 7) अध्याय 9 (CHAPTER 9) समानता के लिए संघर्ष भारत का संविधान हर भारतीय नागरिक को समान दृष्टि से देखता है | राज्य और उसके कानून की दृष्टि में किसी भी व्यक्ति के साथ उसकी जाति, लिंग, धर्म तथा उसके अमीर और गरीब होने के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है | देश के प्रत्येक वयस्क नागरिक को मतदान करने का अधिकार प्राप्त है | मताधिकार से समाज में समानता का भाव विकसित होता है क्योंकि प्रत्येक वयस्क चाहे वह अमीर हो या गरीब किसी भी लिंग जाति धर्म का हो सबके मत की कीमत एक बराबर होती है | लेकिन समाज में समानता अधिकतर लोगों के जीवन तक नहीं पहुंची है | समाज में गरीबों को जीवन निर्वाह के लिए उचित संसाधन उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं | लोगों के पास काबिलियत होने के बाद भी पर्याप्त संसाधनों की कमी के कारण वे उचित प्रतिष्ठा व लाभ नहीं पाते | गरीबी और संसाधनों का अभाव आज भी भारतीय समाज में विषमता और समानता के सबसे बड़े कारणों में से एक है | सरकार के अनेक प्रयासों के बाद भी हमारे समाज में किसी खास सामाजिक या सांस्कृतिक पृष्ठभूमि .धर्म ,जाति औ...

CHAPTERWISE NCERT NOTES CLASS 7 CHAPTER 8 FOR UPSC!!!

राजनीति शास्त्र (POLITY) कक्षा 7 (CLASS 7) अध्याय 8 (CHAPTER 8) बाजार में एक कमीज बाजार में बिकने वाली कमीज को तैयार करने के पीछे एक बड़ी श्रंखला होती है | इस श्रंखला की शुरुआत उस खेत से होती है जहां कपास की खेती होती है |  कपास के पौधों पर आए डोडे पकने के बाद चटकना शुरू करते हैं और इनमें उपस्थित रुई को किसानों द्वारा निकाल लिया जाता है | यह सारे डोडे एक साथ नहीं चटकने इसलिए किसानों को इन्हें एकत्र करने में काफी समय और मेहनत लगती है | रूई को एकत्र करने के बाद किसान इन्हें व्यापारियों को बेच देते हैं | इतनी मेहनत के बाद भी किसानों को पर्याप्त लाभ नहीं हो पाता | व्यापारी कपास को जिनिंग मिलो को बेचते है | जिनिंग मिले कपास से बीज हटाती है और दबाकर कपास के गट्ठर बनाती है | अब इन गट्ठरों को सूत कातने की मिले खरीद लेती हैं | सूत कातने की मिले कपास से धागा बनाती हैं और इसे व्यापारियों को बेच देती हैं | व्यापारी कपड़ा बनवाने के लिए बुनकरों के बीच काम बांट देते हैं | बुनकर व्यापारी से सूत लेते हैं और तैयार कपड़ा देते हैं | इस व्यवस्था से बुनकरों को स्पष्टतया दो लाभ प्राप्त होते हैं...

CHAPTERWISE NCERT NOTES CLASS 7 CHAPTER 7 FOR UPSC !!!

राजनीति शास्त्र (POLITY) कक्षा 7 (CLASS 7) अध्याय 7 (CHAPTER 7) हमारे आस पास के बाजार हमें अपना जीवन व्यतीत करने के लिए बहुत सी वस्तुओं की आवश्यकता होती है, उन्हें हम बाजार जाकर दुकानों से खरीदते हैं |बाजार कई प्रकार के होते हैं जैसे साप्ताहिक बाजार ,शॉपिंग कॉन्प्लेक्स ,शॉपिंग मॉल, हमारे मोहल्ले की दुकान इत्यादि | साप्ताहिक बाजार--  यह बाजार सप्ताह के किसी एक निश्चित दिन निश्चित स्थान पर लगता है | साप्ताहिक बाजार में व्यापारी दिन में सामान सजाकर अपनी दुकान लगाते हैं तथा शाम होने पर समेट लेते हैं | पूरे देश में ऐसे हजारों बाजार लगते हैं और लोग इनमें अपनी रोजमर्रा की जरूरतों की चीजें खरीदने आते हैं | साप्ताहिक बाजार में जरूरत की सभी चीजें एक ही स्थान पर और कम दामों में मिल जाती है  यहां सामान के विकल्प उपलब्ध होते हैं | पक्की दुकानों पर कर्मचारियों के वेतन का खर्च , बिजली का बिल , दुकान का किराया , सरकारी शुल्क आदि सम्मिलित होने के कारण सामान अधिक मूल्य पर उपलब्ध होते हैं | साप्ताहिक बाजार में दुकानदारों के घर के लोग उनकी सहायता करते हैं और अतिरिक्त सामान को वे अपने घरों मे...

CHAPTERWISE NCERT NOTES CLASS 7 CHAPTER 6 FOR UPSC!!!

राजनीति शास्त्र (POLITY) कक्षा 7 (CLASS 7) अध्याय 6 (CHAPTER 6) संचार माध्यमों को समझना वे विभिन्न तरीके जिनके द्वारा हम अपने विचारों का आदान-प्रदान करते हैं संचार माध्यम कहलाते हैं | संचार माध्यम को अंग्रेजी भाषा में मीडिया कहते हैं जो अंग्रेजी भाषा के शब्द मीडियम का बहुवचन है मीडियम का अर्थ होता है माध्यम | ऐसे संचार माध्यम जिनकी पहुंच लाखों लोगों तक होती है उन्हें जनसंचार माध्यम या मास मीडिया कहते हैं जैसे टीवी रेडियो अखबार| तकनीकी -- संचार के माध्यम को आधुनिक रूप देने में तकनीक का बहुत बड़ा योगदान है | तकनीक में संचार के माध्यम के विस्तार क्षेत्र को बढ़ाने में आशातीत योगदान निभाया  है और यह निरंतर चल रहा है |तकनीकी योगदान से ध्वनि और चित्रों की गुणवत्ता में सुधार आया  है | इसकी सहायता से संचार माध्यम अद्यतन चीजों से हमें अवगत कराते हैं तथा हमें अपने जीवन को आधुनिक ढंग से व्यतीत करने के लिए प्रेरित करते हैं | संचार के माध्यम ने पूरी दुनिया को एक सूत्र में ला दिया है प्रत्येक व्यक्ति अपने घर पर बैठकर देश दुनिया की खबरें जान सकता है | धन की भूमिका  -- जनसंचार द्वार...

CHAPTERWISE NCERT NOTES CLASS 7 CHAPTER 5 FOR UPSC !!!

राजनीति शास्त्र (POLITY)  कक्षा 7 (CLASS 7)  अध्याय 5 (CHAPTER 5) औरतों ने बदली दुनिया   आज दुनिया की इस भागदौड़ में कोई भी क्षेत्र महिलाओं से अछूता नहीं रहा है समुद्र की गहराइयों से लेकर आसमान की ऊंचाइयों तक हर जगह महिलाओं ने अपना पंख पसारा है | पर स्थितियां पर प्रारंभ से ही ऐसी नहीं थी आज भी कुछ क्षेत्रों में महिलाओं को और उनके कार्य को हीन दृष्टि से देखा जाता है |  घरेलू काम और परिवार के सदस्यों की देखभाल करना पूरे समय का काम है और इस कार्य को प्रारंभ और समाप्त करने का कोई निश्चित समय भी नहीं है परंतु इस कार्य को हमेशा ही नगण्य माना जाता है | पहले भी और आज भी शिक्षा प्राप्त करना एक ऐसा तरीका है जिससे महिलाओं के लिए नए अवसर निर्मित किए जा सकते हैं| समाज की रूढ़िवादी धारणाएं --- समाज में अनेक लोग हैं रूढ़िवादी धारणाओं  में विश्वास करते हैं कि महिलाएं कुछ विशेष कार्य कर ही सकती है| उदाहरण के लिए महिला शिक्षिका बन सकती है क्योंकि उनका स्वभाव विनम्र होता है और वें सहनशील होती हैं| कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि विज्ञान के लिए तकनीकी दिमाग की आवश्यकता होती है औ...

CHAPTERWISE NCERT NOTES CLASS 7 CHAPTER 4 FOR UPSC

राजनीति शास्त्र (POLITY)  कक्षा 7  (CLASS 7) अध्याय 4 (CHAPTER 4) लड़कियों या लड़कों के रूप में बड़े होना  हमारे समाज में लड़के या लड़की के रूप में बड़े होने का अलग ही अनुभव है| किसी का लड़का या लड़की होना उसकी एक महत्वपूर्ण पहचान है उसकी अस्मिता है| हमारा समाज हमें सिखाता है कि लड़के और लड़कियों का व्यवहार कैसे अलग होता है उनका कैसा व्यवहार समाज में स्वीकार है|  लड़कियां लड़कियों के लिए नजरिया एक सा नहीं होता| बच्चों के मन में तैयार आज की पृष्ठभूमि भविष्य में उनकी स्त्री या पुरुष बनने पर उस भूमिका के निर्वाह में मददगार साबित होती है |आज की पृष्ठभूमि उनके भविष्य के व्यवहार के लिए उत्तरदाई होती है |  प्रायः अधिकतर समाज में लड़को , लड़कियों की भूमिका भिन्न-भिन्न होती है| उनके प्रति समाज की अपेक्षाएं अलग-अलग होती हैं | हमारे समाज में महिलाओं को कम महत्व दिया जाता है |उनके द्वारा किए गए कार्य को पुरुषों द्वारा किए गए कार्य के सामने तुच्छ माना जाता है |यहां तक कि बचपन में लड़कों और लड़कियों को खेलने हेतु खिलौने भी भिन्न  दिए जाते हैं |उद...

CHAPTERWISE NCERT NOTES CLASS 7 CHAPTER 3 FOR UPSC

 राजनीति शास्त्र  (POLITY )  कक्षा 7  (CLASS-7) अध्याय 3  (CHAPTER -3 ) राज्य सरकार कैसे काम करता है  हमारे देश में शासन तीन स्तरों पर कार्य करता है स्थानीय राज्य और केंद्र| शहर या गांव के स्तर पर स्थानीय शासन व्यवस्था होती है ,प्रदेश स्तर पर राज्य शासन व्यवस्था और देश के स्तर पर केंद्र शासन व्यवस्था होती है| विधायक कौन होता है - विधानसभा के सदस्य को विधायक (एमएलए )कहा जाता है| एमएलए का अर्थ है मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली| एमएलए का चुनाव जनता द्वारा किया जाता है ये सदस्य मिलकर ही सरकार बनाते हैं |विधायक जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं | भारत के हर राज्य में एक विधानसभा है |हर राज्य कई निर्वाचन क्षेत्रों में बटा हुआ होता है प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र से जनता एक प्रतिनिधि चुनती है जो विधायक बन जाता है| विधायक अलग-अलग राजनीतिक दलों के होते हैं | जिस राजनीतिक पार्टी के विधायक आधे से अधिक क्षेत्रों में जीत जाते हैं राज्य में उस पार्टी को बहुमत में माना जाता है |बहुमत प्राप्त करने वाली राजनीतिक पार्टी को सत्ता पक्ष और अन्य सबको विरोधी पक्ष कहा जाता है | चुनाव क...

CHAPTERWISE NCERT NOTES POLITY CLASS-7 CHAPTER -2 FOR UPSC

  राजनीति शास्त्र  (POLITY) कक्षा 7 (CLASS-7) अध्याय 2  (CHAPTER -2)  स्वास्थ्य में सरकार की भूमिका स्वास्थ्य क्या है -- स्वास्थ्य का अर्थ है हमारा बीमारियों और चोट से मुक्त रहना |लेकिन स्वास्थ्य केवल बीमारियों से संबंधित नहीं है उदाहरण के लिए यदि लोगों को पीने का पीने के लिए स्वच्छ पानी और प्रदूषण मुक्त वातावरण मिले तो वे सामान्यता स्वस्थ रहेंगे तथा यदि लोगों को भरपेट भोजन ना मिलेगा अथवा उन्हें घुटन भरी अवस्था में रहना पड़े तो उनके बीमार पड़ने की संभावना अधिक है | स्वस्थ और अकर्मण्य रहना, चिंता ग्रस्त होना और लंबे समय तक  तनाव में रहना स्वस्थ जीवन के लक्षण नहीं है |हम सबको तनावमुक्त और प्रसन्न रहना चाहिए | भारत में स्वास्थ्य सेवाएं  -- उपलब्धियां -- विश्व में सबसे ज्यादा चिकित्सा महाविद्यालय भारत में है और यहां सबसे अधिक डॉक्टर तैयार किए जाते हैं|  भारत में विदेशों से बहुत बड़ी संख्या में इलाज करने हेतु चिकित्सा पर्यटक आते हैं | भारत विश्व का दवाइयां निर्मित करने वाला तीसरा बड़ा देश है और यहां से भारी मात्रा में दवाइयों को निर्यात किया जाता ...

CHAPTERWISE NCERT NOTES POLITY CLASS 7 CHAPTER 1 FOR UPSC PREPARATION!!!

राजनीति शास्त्र (POLITY)  कक्षा -7 (CLASS-7) अध्याय 1 (CHAPTER-1)  समानता भारतीय लोकतंत्र में समानता भारत एक लोकतांत्रिक देश है |समानता लोकतंत्र की मुख्य विशेषता है और इसकी कार्यप्रणाली के सभी पहलुओं को प्रभावित करती है |भारतीय संविधान सब व्यक्तियों को समान मानता है इसका धर्म है कि देश में व्यक्ति चाहे व पुरुष हो या स्त्री किसी भी जाति धर्म शैक्षिक और आर्थिक पृष्ठभूमि से संबंध रखते हैं सब सामान माने जाएंगे|  समानता को स्थापित करने के लिए संविधान में जो प्रावधान है उनमें से कुछ निम्नलिखित है---- 1-- कानून की दृष्टि में हर व्यक्ति समान है|( विधि के समक्ष समानता  2-- किसी भी व्यक्ति के साथ उसके धर्म जाति वंश जन्म स्थान और उसकी स्त्री या पुरुष होने के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता | 3--हर व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर जा सकता है| 4--अस्पृश्यता (छुआछूत) का उन्मूलन कर दिया गया | शासन में संविधान द्वारा मान्य किए गए समानता के अधिकार को 2 तरह से लागू किया जाता है |  पहला कानून बनाकर तथा दूसरा सरकारी योजना और कार्यक्रमों के द्वारा |  सरकारी कार्यक्रम अवसर की ...